भ्रमर गीत
मेरी परिकल्पनाओं की परिधि
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शुक्रवार, 25 जनवरी 2019
जय भारत
आज ही की तरह अनवरत आवेश हो,
यूँ ही तीन रंगों का धवल परिवेश हो।
तीन रंगों से सजा कितना जंच रहा यारों,
सदा सुख-शाँन्ति औ तिरंगा मय देश हो।
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