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बुधवार, 24 फ़रवरी 2016

बघेली कविता

मित्रों सुप्रभात,नमस्कार
मेरी एक बघेली कविता पेश कर रहा हूँ, जिन्हें समझ में आया उन्हें मजा आएगा और जिनको समझ में नहीं आएगा उन्हें अउर मजा आएगा 😃😃😃

    पतोहिया बीए पास हइ।

एमे ओमे पास बताइ के, लड़िका के किन्हिन शादी,
बीए पास पतोहिया आई, भइ लड़िका के बरबादी।
उ कुछु कहइ त समझि न पामा, जोर-जोर चिल्लानें,
रोजू-रोजू के लफड़ा देखिके, पापा पर खिसियानें।

कसिके कहिदं दुलही से के ओनका का अकरास हइ।
पतोहिया बीए पास हइ।
           
                     

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